शब्द का अर्थ
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					कुब्ज					 :
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					वि० [सं० कु√उब्ज् (सीधा करना)+अच्] [स्त्री० कुब्जा] १. जिसकी पीठ झुक गई हो या टोढ़ी हो। कुबड़ा। २. टेढ़ा। वक्र। पुं० एक रोग जिसमें पीठ कुछ टेढ़ी होकर आगे की ओर झुक जाती है।				 | 
			
			
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					कुब्ज-कंठ					 :
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					पुं० [ब० स०] एक प्रकार का सन्निपात जिसमें रोगी के गले में पानी नहीं उतरता।				 | 
			
			
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					कुब्जक					 :
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					पुं० [सं० कु√उब्ज्+ण्वुल्-अक] मालती। वि०=कुबड़ा।				 | 
			
			
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					कुब्जा					 :
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					स्त्री० [सं० कुब्ज+टाप्०] १. कुबड़ी स्त्री। २. कंस की एक कुबड़ी दासी जो श्रीकृष्ण से प्रेम करती थी।				 | 
			
			
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					कुब्जिका					 :
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					स्त्री० [सं० कुब्जक+टाप्, इत्व] १. आठ वर्ष की लड़की। २. दुर्गा का एक नाम।				 | 
			
			
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