शब्द का अर्थ
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					किश्त					 :
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					स्त्री० [फा०] १. कृषि-कर्म। खेती बारी। २. शतरंज के खेल में बादशाह का किसी मोहरे के घात में पड़ना। स्त्री०=किस्त। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					किश्तवार					 :
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					पुं० [फा० किश्त=खेत+वार (प्रत्यय)] वह खाता या बही, जिसमें खेतों के क्षेत्रफल आदि का विवरण रहता है।				 | 
			
			
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					किश्ती					 :
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					स्त्री० [फा० कश्ती] १. नाव। नौका। २. एक प्रकार की छिछली और लंबी तश्तरी। ३. शतरंज का एक मोहरा, जिसे हाथी भी कहते हैं।				 | 
			
			
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					किश्तीनुमा					 :
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					वि० [फा०] किश्ती की तरह लंबोतरा। जिसके दोनों किनारे टेढ़े या धन्वाकार हों। जैसे—किश्तीनुमा टोपी।				 | 
			
			
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