शब्द का अर्थ
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					किरकिरा					 :
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					वि० [सं० कर्कट] [स्त्री० किरकिरी] (वस्तु) जिसमें महीन और कड़े कंकड़ बालू के कण या रवे मिले हों। विशेष—किरकिरी वस्तु दाँतों से चबाई जाने पर जोर से किरकिर शब्द करती है और उसे खाना कठिन तथा हानिकर होता है। मुहावरा—मजा किरकिरा हो जाना=रंग में भंग हो जाना। आनंद में विघ्न पड़ना। पुं० लोहारों का बरमा, जिससे वे लोहे में छेद करते हैं।				 | 
			
			
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					किरकिराना					 :
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					अ० [हिं० किरकिरा] १. किरकिरे खाद्य पदार्थ का मुंह में किरकिर शब्द करना। २. किरकिरी पड़ने की-सी-पीड़ा करना। ३. दे० ‘किटकिटाना’।				 | 
			
			
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					किरकिराहट					 :
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					अ० [हिं० किरकिराना+आहट (प्रत्यय)] १. किरकिरा होने की अवस्था गुण या भाव। २. आँख मुँह आदि में किरकिरी पड़ने के कारण होनेवाली खटक या पीड़ा।				 | 
			
			
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