शब्द का अर्थ
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					काफिया					 :
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					पुं० [अ० काफियः] १. कविता या पद्य में अंतिम चरणों में मिलाया जानेवाला अनुप्रास। अंत्यानुप्रास तुक। सज। मुहावरा—काफिया तंग करना=(क) इतना तंग या दुःखी करना कि उद्धार का मार्ग न दिखाई दे। छक्के छुड़ाना। (ख) बहुत परेशान या हैरान, करना। नाकों दम करना। २. दो शब्दों का ऐसा रूप-साम्य जिसमें अंतिम मात्राएँ और वर्ण एक ही होते हैं। जैसे—कोड़ा, घोड़ा और तोड़ा, या गोटी चोटी और रोटी का काफिया मिलता है। मुहावरा—काफिया मिलाना=(क) शब्दों का अनुप्रास या तुक मिलाना। (ख) किसी चीज या बात के सामने कोई ऐसी चीज या बात ला रखना जो महत्त्व, योग्यता रूप आदि के विचार से ठीक वैसी ही हो। (किसी के साथ) काफिया मिलाना=किसी के साथ दोस्ती या मेल-जोल करके उसे ठीक अपने समान बनाना अथवा स्वयं उसके सामान बन जाना।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					काफियाबंदी					 :
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					स्त्री० [अ० काफियः+फा०बंदी] १. तुक या काफिया जोड़ना। अनुप्रास मिलाना। २. बहुत ही साधारण कोटि की कविता करना। तुकबंदी करना।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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