शब्द का अर्थ
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					कर्मादान					 :
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					पुं० [सं० कर्म-अदान, ष० त०] वे कर्म या व्यापार जो जैन साधुओं के लिए वर्जित हैं। ये १५ हैं—इंगला कर्म० वन कर्म, साकट वा साड़ी कर्म, भाड़ी कर्म, स्फोटिक कर्म-कोड़ी कर्म, दंतकुवाणिज्य, लाक्षाकुवाणिज्य, रसकुवाणिज्य, केशकुवाणिज्य, विषकुवाणिज्य, यंत्र-पीड़न, निर्लाछन, दावाग्नि—दान-कर्म, शोषण-कर्म और असतीपोषण।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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