शब्द का अर्थ
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कन्ना :
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पुं० [स० कर्ण प्रा० कण्ण] [स्त्री० कन्नी] १. किसी वस्तु का कान की तरह निकला हुआ कोई कोना। जैसे—पतंग का कन्ना। २. पतंग उड़ाने के लिए उसके बीच में बाँधा जानेवाला डोरा। ३. किनारा। सिरा। जैसे—जूते का कन्ना। पुं० [सं० कर्णक=वनस्पति का एक रोग] वनस्पति का एक रोग जिससे उसकी लकड़ी तथा फलों आदि में कीड़े पड़ जाते हैं। पुं० [सं० कर्णक] चावलों आदि का छोटा टुकड़ा या दाना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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