शब्द का अर्थ
|
कड़क-बिजली :
|
स्त्री० [हिं० कड़क+बिजली] १. कान में पहनने का एक प्रकार का आभूषण। २. एक प्रकार की बंदूक। ३. एक प्रकार की आतिशबाजी जिसमें बिजली की सी कड़क तथा चमक होती है। ४. एक प्रकार का उपकरण जिससे किसी रोग की चिकित्सा के लिए शरीर में बिजली पहुँचाई जाती है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|