शब्द का अर्थ
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					उल्का					 :
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					स्त्री० [सं० उत्क+टाप्] =उत्कंठिका (नायिका)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का					 :
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					स्त्री० [सं०√उप् (दाह करना)+क, ष्-ल, निपा०-टाप्] १. प्रकाश। २. रोशनी। तेज। ३. जलती हुई लकड़ी। लुआठी। ४. मशाल। ५. दीपक। दीया। ६. आकाशस्थ पिंड़ो से फटकर गिरनेवाले वे चमकीले छोटे खंड जो कभी-कभी रात को आकाश में इधर से उधर जाते या पृथ्वी पर गिरते हुए दिखाई देते हैं। (मीटिओर)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का					 :
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					स्त्री० [सं० उत्क+टाप्] =उत्कंठिका (नायिका)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का					 :
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					स्त्री० [सं०√उप् (दाह करना)+क, ष्-ल, निपा०-टाप्] १. प्रकाश। २. रोशनी। तेज। ३. जलती हुई लकड़ी। लुआठी। ४. मशाल। ५. दीपक। दीया। ६. आकाशस्थ पिंड़ो से फटकर गिरनेवाले वे चमकीले छोटे खंड जो कभी-कभी रात को आकाश में इधर से उधर जाते या पृथ्वी पर गिरते हुए दिखाई देते हैं। (मीटिओर)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का-चक्र					 :
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					पुं० [ष० त०] १. दैवी उत्पात या उपद्रव। २. बाधा। विघ्न। ३. हलचल। ४. ज्योतिष में ग्रहों की एक विशिष्ठ स्थिति।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का-चक्र					 :
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					पुं० [ष० त०] १. दैवी उत्पात या उपद्रव। २. बाधा। विघ्न। ३. हलचल। ४. ज्योतिष में ग्रहों की एक विशिष्ठ स्थिति।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					उल्का-पथ					 :
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					पुं० [ष० त०] आकाश में वह बिन्दु या स्थान जहाँ से उल्काएं गिरती हुई अर्थात् तारे टूटकर गिरते हुए दिखाई देते हों। (रेडिएण्ट आफ मीटियोर्स)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का-पथ					 :
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					पुं० [ष० त०] आकाश में वह बिन्दु या स्थान जहाँ से उल्काएं गिरती हुई अर्थात् तारे टूटकर गिरते हुए दिखाई देते हों। (रेडिएण्ट आफ मीटियोर्स)				 | 
			
			
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				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का-पात					 :
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					पुं० [ष० त०] आकाश से उल्काओ का गिरना या टूटना। तारा टूटना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का-पात					 :
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					पुं० [ष० त०] आकाश से उल्काओ का गिरना या टूटना। तारा टूटना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का-पाषाण					 :
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					पुं० दे० ‘उल्काश्म’।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का-पाषाण					 :
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					पुं० दे० ‘उल्काश्म’।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उल्का-मुख					 :
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					पुं० [ब० स०] १. शिव के एक गण का नाम। २. मुँह से प्रकाश या आग फेंकनेवाला एक प्रकार का प्रेत। अगिया बैताल। ३. गीदड़।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					उल्का-मुख					 :
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					पुं० [ब० स०] १. शिव के एक गण का नाम। २. मुँह से प्रकाश या आग फेंकनेवाला एक प्रकार का प्रेत। अगिया बैताल। ३. गीदड़।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					उल्कापाती					 :
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					वि० [हिं० उल्कापात] १. उत्पात, उपद्रव या दंगा फसाद करनेवाला। २. नटखट। शरारती।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					उल्कापाती					 :
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					वि० [हिं० उल्कापात] १. उत्पात, उपद्रव या दंगा फसाद करनेवाला। २. नटखट। शरारती।				 | 
			
			
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					उल्काश्म (न्)					 :
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					पुं० [सं० उल्का-अश्मन्, कर्म० स०] पत्थर, लोहे आदि का वह ढोंका या पिंड जो आकाश से उल्का के रूप में पृथ्वी पर गिरता है। (मीटिओराइट)				 | 
			
			
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					उल्काश्म (न्)					 :
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					पुं० [सं० उल्का-अश्मन्, कर्म० स०] पत्थर, लोहे आदि का वह ढोंका या पिंड जो आकाश से उल्का के रूप में पृथ्वी पर गिरता है। (मीटिओराइट)				 | 
			
			
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