शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					उपोद्घात					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० उप-उद्√हन् (हिंसा, गति)+घञ्, कुत्व] १. पुस्तक के आरंभ का वक्तव्य। प्रस्तावना। भूमिका। २. वह व्यवस्था या कृत्य जो कोई आरंभ करने से पहले किया जाता है। ३. नव्य न्याय में 6 संगतियों में से एक। सामान्य कथन से भिन्न, निर्दिष्ट या विशिष्ट वस्तु के विषय में होनेवाला कथन।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
				| 
					उपोद्घात					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० उप-उद्√हन् (हिंसा, गति)+घञ्, कुत्व] १. पुस्तक के आरंभ का वक्तव्य। प्रस्तावना। भूमिका। २. वह व्यवस्था या कृत्य जो कोई आरंभ करने से पहले किया जाता है। ३. नव्य न्याय में 6 संगतियों में से एक। सामान्य कथन से भिन्न, निर्दिष्ट या विशिष्ट वस्तु के विषय में होनेवाला कथन।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |