शब्द का अर्थ
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					उपास्य					 :
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					वि० [सं० उप√आस्+ण्यत्] १. जिसकी उपासना की जाती हो। २. जो उपासना किये जाने के योग्य हो। जिसकी उपासना करना आवश्यक या उचित हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपास्य					 :
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					वि० [सं० उप√आस्+ण्यत्] १. जिसकी उपासना की जाती हो। २. जो उपासना किये जाने के योग्य हो। जिसकी उपासना करना आवश्यक या उचित हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपास्य-देव					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] वह देवता जिसकी उपासना कोई करता हो। इष्ट-देव।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपास्य-देव					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] वह देवता जिसकी उपासना कोई करता हो। इष्ट-देव।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |