शब्द का अर्थ
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					इष्टि					 :
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					स्त्री० [सं० इष् (चाहना)+क्तिन्] १. ऐसा काम या बात जो इष्ट हो। २. टीका या भाष्य करने वाले की ओर से होनेवाला ऐसा स्पष्टीकरण जिसका उल्लेख वार्तिक या सूत्र में तो न हो, फिर भी टीका या भाष्य करनेवाले की दृष्टि में जो मूल में इष्ट रहा हो। ३. अभिलाषा। इच्छा। ४. प्राप्ति, सिद्धि आदि के लिए होनेवाला प्रयत्न। ५. यज्ञ में दूध, फल आदि की हवि (पशुओं की बलि, सोम आदि की हवि से भिन्न)।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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