शब्द का अर्थ
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					असवर्ण					 :
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					वि० [सं० न० त०] १. जो परस्पर सवर्ण अर्थात् एक ही समान वर्ण के न हों। भिन्न जाति या वर्ण का। २. जो एक ही या समान प्रकार के न हों।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					असवर्ण-विवाह					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] ऐसा विवाह जिसमें वर एक वर्ण का तथा कन्या दूसरे वर्ण की हो। (एक्सोगैमी) जैसे—क्षत्रिय और वैश्य अथवा ब्राह्मण में होनेवाला विवाह।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |