शब्द का अर्थ
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					असंबंधातिशयोक्ति					 :
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					स्त्री० [सं० असंबंध-अतिशयोक्ति, कर्म० स०] साहित्य में अतिशयोक्ति अलंकार का एक भेद जिसमें किसी के विषय में उसेक परम योग्य या समर्थ होने पर भी इस बात का उल्लेख होता है कि वह अमुक विषय में अथवा अमुख व्यक्ति की तुलना में असमर्थ अयोग्य या हीन सिद्ध हुआ है। जैसे—अमुक राजा की दानशीलता को देखकर कल्पतरु और कामधेनु को भी दंग रह जाना पड़ा।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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