शब्द का अर्थ
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					अलम					 :
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					पुं० [अ०] १. कष्ट। दुःख। २. मानसिक पीड़ा या व्यथा। पुं० [अ० अलम] १. सेना का चिन्ह या पताका। २. पर्वत। पहाड़।				 | 
			
			
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					अलमर					 :
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					पुं० [देश०] एक प्रकार का पौधा।				 | 
			
			
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					अलमस्त					 :
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					वि० [फा०] [भाव० अलमस्ती] अपनी प्रस्तुत स्थिति में सदा मस्त रहने और कभी किसी बात की चिंता करनेवाला। सदा निश्चित और प्रसन्न रहनेवाला।				 | 
			
			
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					अलमस्ती					 :
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					स्त्री० [फा०] अलमस्त होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
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					अलमारी					 :
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					स्त्री० [पूर्त्त० अलमारियों] १. काठ, लोहे आदि का एक प्रकार का ऊंचा या लंबा आधान, जिसमें चीजें रखने के लिए खाने या घर बने होते हैं० २. इसी के अनुकरण पर दीवारों में बनाया हुआ आधान।				 | 
			
			
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					अलमास					 :
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					पुं० [फा०] हीरा।				 | 
			
			
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					अलमिति					 :
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					अव्य० [सं० अलम् और इति] १. बस यहीं अंत है या होता है। बस, इतना ही। २. बस, बहुत हो चुका।				 | 
			
			
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					अलम्					 :
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					अव्य० [सं०√अलं (पर्याप्ति, भूषण)+अमु (बा०)] १. पर्याप्त। यथेष्ट। २. बस, इतना ही। बहुत हो चुका। ३. योग्य सक्षम।				 | 
			
			
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