शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					अलक्त					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० न-रक्त, न० ब० लत्व] १. कुछ वृक्षों से निकलने वाला एक प्रकार का लाल रस जो उसकी डालों या तनों पर जम जाता है। लाक, लाही, चपरा आदि इसके विभिन्न प्रकार या रूप हैं। २. उक्त लाख से तैयार किया हुआ रंग जिसे स्त्रियाँ पैरों में लगाती है। महावर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					अलक्त-राग					 :
				 | 
				
					पुं० [ष० त०] महावर का लाल रंग।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					अलक्तक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० अलक्त+कन्]=अलक्त।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |