शब्द का अर्थ
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					अराति					 :
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					पुं० [सं०√रा (दान)+क्तिच्, न० त०] १. दुश्मन। शत्रु। २. शास्त्रों में, काम, क्रोध, लोभ, मद, मोह और मत्सर ये छः मनोविकार जो मनुष्य के सद्गुण और सुख नष्ट कर देते हैं। ३. उक्त के आधार पर छः की संख्या। ४. ज्योतिष में, जन्म-लग्न से छठा स्थान। विशेष गे० ‘अरि’।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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