शब्द का अर्थ
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					अमेध्य					 :
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					वि० [सं० न० त०] १. (जीव या पदार्थ) जिसका यज्ञ में बलि के रूप में उपयोग न हो सकता हो। जैसे—कुत्ता, गधा, उरद या मसूर की दाल आदि। २. (व्यक्ति) जो यज्ञ कराने के योग्य न हो। ३. अपवित्र। अशुद्ध। पुं० एक प्रकार के प्रेत।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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