शब्द का अर्थ
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					अभिनंदन					 :
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					पुं० [सं० अभि√नन्द(प्रशंसा)+ल्युट्-अन] १. आनंद। २. संतोष। ३. प्रशंसा। ४. प्रोत्साहन। ५. निवेदन। प्रार्थना। ६. आम नामक वृक्ष या उसका फल। ७. जैनों के चौथे तीर्थकर का नाम। ८. आज-कल विशेष रूप से प्रचलित अर्थ में किसी को धन्य या पूज्य मानकर उसके प्रति शुभकामना या श्रद्धा प्रकट करना।				 | 
			
			
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					अभिनंदन-ग्रंथ					 :
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					पुं० [ष० त०] वह ग्रंथ जो किसी पूज्य तथा मान्य व्यक्ति का सम्मान करने और उसकी सेवाओं की स्मृति स्थायी रूप से बनाये रखने के लिए उसके नाम पर प्रस्तुत करके सार्वजनिक रूप में, उसे भेंट किया जाता है। (कॉमेमोरेशन वाँल्यूम)				 | 
			
			
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					अभिनंदन-पत्र					 :
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					पुं० [ष० त०] वह पत्र जिसमें किसी धन्य, पूज्य या प्रतिष्ठित व्यक्ति की सेवाओं का प्रशंसापूर्वक तथा श्रद्धापूर्वक उल्लेख होता है और जो सार्वजनिक रूप से उसे भेंट किया जाता है। (एड्रेस)				 | 
			
			
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					अभिनंदना					 :
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					अ० [हिं० अभिनंदन] अभिनंदन (आदर-सत्कार या सम्मान) करना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					अभिनंदनीय					 :
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					वि० [सं० अभि√नन्द्+अनीयर] १. अभिनंदन का अधिकारी या पात्र। २. प्रशंसनीय।				 | 
			
			
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