शब्द का अर्थ
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					अपह्रुति					 :
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					स्त्री० [सं० अप√ह्र+क्तिन्] १. दुराव। छिपाव। २. टाल-मटोल। बहानेबाजी। ३.एक काव्यालंकार जिसमें उपमेय का निषेध करके उपमान का स्थापन किया जाए। (कन्सीलमेंट) जैसे—(क) यह मुख नहीं चंद्रमा ही है। (ख) इन्हें मनुष्य मत समझो यह साक्षात् देवता ही हैं। इसके हेत्वापह्रति, कैतवापह्रति, परिहासापह्रुति, छेकापह्रति, भ्रांतापह्रुति, पर्यस्तापह्रति आदि अनेक भेद हैं।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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