शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					अपभ्रंश					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० अप√भ्रंश (अधःपतन)+घञ्] १. नीचे की ओर गिरना। पतन। २. बिगाड़। विकृति। ३. किसी शब्द का बिगड़ा हुआ वह रूप जो उसे इसलिए प्राप्त होता है कि लोग उसका मूल उच्चारण ठीक तरह से और शुद्ध रूप से नहीं कर सकते। स्त्री० प्राचीन मध्यदेश को वह भाषा जो प्राकृत भाषाओं के उपरांत प्रचलित हुई थी और जिसमें आधुनिक देश-भाषाओं का विकास हुआ है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					अपभ्रंशित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं० अपभ्रंश+इतच्] १. गिरा हुआ। २. पतित। ३. बिगड़ा हुआ। विकृत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |