शब्द का अर्थ
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					अपक्ष					 :
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					वि० [सं० न० ब०] १. जो किसी के पक्ष या दल में न हो। जो समाज में औरों के साथ मिलकर न रहता हो। २. जिसके पक्ष (पंख या पर) न हों।				 | 
			
			
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					अपक्षपात					 :
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					पुं० [सं० न० त०] पक्षपात न करने का भाव। निष्पक्षता।				 | 
			
			
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					अपक्षपाती (तिन्)					 :
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					वि० [सं० न० त०] पक्षपात न करनेवाला। निष्पक्ष।				 | 
			
			
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					अपक्षय					 :
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					पुं० [सं० अप√क्षि (क्षय)+अच्] १. छीजना। ह्रास। २. नाश।				 | 
			
			
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					अपक्षिप्त					 :
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					वि० [सं० अप√क्षिप् (फेंकना)+क्त] १. गिराया, फेंका या पलटा हुआ। २. अवक्षिप्त।				 | 
			
			
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					अपक्षेप					 :
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					पुं० [अप√क्षिप्+घञ्] १. गिराना, दूर हटाना या फेंकना। २. पीछे हटाना। पलटना।				 | 
			
			
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					अपक्षेपण					 :
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					पुं० [सं० अप√क्षिप्+ल्युट्-अन] आक्षेप करने की क्रिया या भाव।				 | 
			
			
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