शब्द का अर्थ
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					अपकर्ष					 :
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					पुं० [सं० अप√कृ (खींचना)+घञ्ग्] १. नीचे या पीछे की ओर खींचना। २. घटाव या उतार होना। ३. पद, महत्त्व, मान-मर्यादा आदि में कमी होना। (डेरोगेशन) ४. पतन होना।				 | 
			
			
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					अपकर्षक					 :
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					पुं० [सं० अप√कृष्+ण्युल्-अक] १. अपकर्ष करनेवाला। २. जिससे अपकर्ष होता हो।				 | 
			
			
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					अपकर्षण					 :
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					पुं० [सं० अप√कृष्+ल्युट्-अन] १. अपकर्ष करने या होने की क्रिया या भाव। २. नीचे या पीछे की ओर खींचा जाना। ३. कमी या ह्वास करना। घटाना।				 | 
			
			
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					अपकर्षित					 :
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					भू० कृ०=अपकृष्ट।				 | 
			
			
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