शब्द का अर्थ
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					अतंद्र					 :
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					वि० [सं० न० ब०] १. जो तंद्रा में न हो। तंद्रा से रहित। २. जागता हुआ और सचेष्ट। ३. जो थका हुआ या शिथिल न हो।				 | 
			
			
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					अतंद्रिक					 :
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					वि० [सं० तंद्रा√ठन्-इक, न० त०]=अतंद्र।				 | 
			
			
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					अतंद्रित					 :
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					वि० [सं० तंद्रा+इतच्, न० त०] १. जो तंद्रा या निन्द्रा में न हो। २. जागा हुआ।				 | 
			
			
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					अतंद्रिल					 :
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					वि० [सं० तंद्रा+इलच्, न० त०]=अतंद्र।				 | 
			
			
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					अतंद्री (द्रिन्)					 :
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					वि० [सं० तंद्रा+इनि, न०त] १. जिसे तंद्रा या निंद्रा न आती हो। २. बराबर जागता रहनेवाला।				 | 
			
			
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