शब्द का अर्थ
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					अचरित					 :
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					भू० कृ० [सं०√चर् (गति)+क्त, न० त०) १. (क्षेत्र या भूमि) जिस पर कोई चला न हो। २. सदा अपने स्थान पर बना रहने वाला। अचर। अचल। ३. सदा बना रहने वाला। शाश्वत। जैसे—आत्मा या ब्रह्म। ४. जिसका आचरण या व्यवहार न किया गया हो। ५. जो खाया न गया हो।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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