शब्द का अर्थ
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					अंतराय					 :
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					पुं० [सं० अंतर√ अय् (गति) +अच्] १. बाधा। विघ्न। रुकावट। २. ज्ञान की प्राप्ति, योग की सिद्धि आदि में बाधक होने वाली बात। ३. जैन दर्शन में नौ मूल कर्मों में से एक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					अंतरायण					 :
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					पुं० [सं० अंतर अय्+णिच्+ल्युट्-अन] १. युद्ध के समय युद्ध-रत देशों के सैनिकों, जहाजों आदि का तटस्थ देश की सीमा में जाने पर निरस्त्री०करण करके रोक रखा जाना। २. राज्य या शासन द्वारा किसी व्यक्ति को उसके घर या किसी स्थान में पहरे-चौकी में इस प्रकार रखा जाना कि वह कहीं आ न जा सके। नजरबंदी (इन्टर्नमेंट)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |